नई दिल्ली । दिल्ली नगर निगम का चुनाव सोमवार को फिर से भाजपा और आम आदमी पार्टी के नेताओं के हंगामे के बीच टल गया । यह तीसरा मौका था जब मेयर - डिप्टी मेयर का चुनाव हंगामे की भेट चढ़ा । सदन में हंगामें की वजह से कार्यवाही स्थगित कर दी गई । दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि भाजपा ने महापौर के चुनाव को बाधित करने के लिए अपने पार्षदों को पिछली बार की तरह हंगामा करने का निर्देश दिया । जबकि भाजपा ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी ने अब शऱाब कांड के पैसे से पार्षदों को खऱीदने की कोशिश शुरू कर दी है । वह सिर्फ हंगामा चाहती है चुनाव नहीं । वह लोगों के बीच यह संदेश देना चाहती है कि दिल्ली पुलिस और भाजपा इन चुनावों में बाधा पैदा कर रहे हैं ।
दो माह बीते अभी तक नहीं नहीं मिला महापौर
विदित हो कि दिल्ली नगर निगम अधिनियम 1957 के तहत महापौर और उप महापौर का चुनाव नगर निकाय सदन की पहली बैठक में ही हो जाना चाहिए । हालांकि नगर निकाय चुनाव हुए दो महीने का समय बीत चुका है पर अब तक शहर को नया महापौर नहीं मिला है । इससे पहले MCD सदन की बैठक छह जनवरी और 24 जनवरी को दो बार बुलाई गई थी, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (BJP) और आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षदों के हंगामे की वजह से पीठासीन अधिकारी ने महापौर का चुनाव कराए बिना कार्यवाही स्थगित कर दी ।
भाजपा - आप के ये हैं उम्मीदवार
असल मे आम आदमी पार्टी ने जहां महापौर पद के लिए शैली ओबेरॉय को उम्मीदवार बनाया है तो भाजपा ने रेखा गुप्ता को अपना उम्मीदवार बनाया है । वहीं उप महापौर के लिए AAP और BJP ने क्रमश: आले मोहम्मद इकबाल और कमल बागड़ी को मैदान में उतारा था । इनके साथ ही आज MCD की स्थायी समिति के छह सदस्यों का भी चुनाव होने की संभावना है , लेकिन सदन हंगामे की भेट चढ़ गया ।
आरोप प्रत्यारोप का दौर तेज
इस क्रम में दिल्ली के डिप्सी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया, ‘‘BJP ने अपने पार्षदों को आज फिर MCD बैठक में महापौर चुनाव नहीं होने देने के निर्देश दिए हैं । BJP पार्षदों को कहा गया है सदन शुरू होते ही किसी बहाने से हंगामा कर देना । पीठासीन अधिकारी पिछली बार की तरह फिर अनिश्चितकाल के लिए सदन स्थगित कर देंगी । उपराज्यपाल फिर से 20 दिन बाद की तारीख़ देंगे। इस पर पलटवार करते हुए BJP की दिल्ली इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि अगर सोमवार को सदन स्थगित होता है तो इसके लिए केजरीवाल जिम्मेदार होंगे । इसी बीच भाजपा ने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी शराब कांड के पैसे से जहां गोवा में चुनाव लड़ रहे थे , वहीं अब दिल्ली में पार्षदों को खरीदने की जुगत में लग गई है । भाजपा के कई विधायकों को 1 करोड़ रुपये देने की पेशकश की गई है ।